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Original Stories By Author (46): The History

This is a collection of Original Creation by Nilesh Mishra


कहानी 46: History
चौहान साहब को सिविल सर्विस की preparation के दौरान हमेशा से यही उलझन रही कि मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज चौहान को कैसे हरा दिया और काश की वो इतिहास का ये चैप्टर बदल सकते। इसी बीच उन्हें कहानी 12 में वर्णित टाइम मशीन मिल गई। थोड़े बहुत एडजस्टमेंट के बाद मशीन कंप्यूटर स्क्रीन से कनेक्ट हो गई और 1190 ई. की Skype जैसी लाइव फीड मिलने लगी। पृथ्वीराज साहब से communication establish हुआ और उन्हें वर्तमान इतिहास की जानकारी दे कर सचेत किया गया। इसी क्रम में उन्हें स्मार्टफोन, big screen LED monitor with 2 year free subscription of Reliance Big TV, Jio Fi Device इत्यादि अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित किया गया जिससे वो अब मुहम्मद गोरी के एरिया की लाइव sattelite इमेज और उसके सेना की movement पर पैनी नजर रख सकते थे। इसके बाद चौहान साहब मशीन चलता छोड़ के ट्रेनिंग पे मसूरी चले गए। अंततः तराइन के युद्ध मे 1191 में दोनों पक्षों में युद्ध हुआ और नाईट विजन, लेजर guided तीरों और Endura Mass पाउडर खाए सेना के आगे गोरी की सेना का तेल निकल गया और वो भाग गए। पृथ्वीराज साहब की ख्याति फैल गई। और इसी बीच उन्होंने फेसबुक और व्हाट्सएप्प पर एकाउंट भी बना लिया जहां एंजेल संयोगिता की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार होने के बाद बातो का सिलसिला शुरू हुआ जो विवाह की परिणति पे जाकर समाप्त हुआ। इधर राजा जयचन्द व्हाट्सअप पर ब्लॉक और फेसबुक पर unfreind किये जाने से काफी नाराज चल रहे थे। मुहम्मद गोरी और कुछ अन्य राजाओ का ग्रुप बना के साजिशों का दौर शुरू हुआ और भविष्य के चीन से EMP डिवाइस मंगाई गई जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगों का उपयोग करने वाले हर उपकरण को फेल कर सकती थी। 1192 में युद्ध हुआ। पृथ्वीराज साहब अपनी विजय को लेकर आश्वश्त थे की तभी EMP डिवाइस से विस्फोट किया गया। sattelite इमेज, संचार, नाईट विजन सब दगा दे गया। बचा कुचा स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग से आलस्य का शिकार हुई सेना के अभ्यास की कमी ले डूबी। नतीजा फिर वही । इधर ट्रेनिंग से आकर चौहान साहब ने जब जायजा लिया तो पता चला इतिहास के fact change जरूर हुए थे, इतिहास नहीं।
--नीलेश मिश्रा।




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