This is a collection of Original Creation by Nilesh Mishra
कहानी 49:
न्यूजबेच दावे B.Sc में जब तीसरी बार भी फेल हो गए तो अंकल जी ने हार मान ली और हाथ जोड़ कर कहा "बेटा अब तुमसे न हो पाएगा।" इसी बीच उनके कोई दूर के नातेदार ने बबचै (बहुत बड़ा चैनल) नाम का न्यूज चैनल शुरू किया था तो एक दो फोन के बाद दावे भाई उसी चैनल में संवाददाता बन गए। भाई की काबिलियत थी कि वो किसी भी क्षेत्र का न्यूज कवर करे, लेकिन उनका कॉन्फिडेंस देख कर कोई ये नही कह सकता था कि मीडिया की दुनियां में ये नई दुल्हन हैं । एक बार विश्व के एक ख्यातिलब्ध वैज्ञानिक देश की यात्रा पर आए हुए थे। उधर पूरी मीडिया किसी बच्चे के गड्ढे से निकलने की संघर्ष कहानी के लिए मारा मारी पर उतरी हुई थी तो ऐसे समय मे वैज्ञानिक महोदय के बोरिंग साक्षात्कार लेने के लिए दावे भाई को भेजा गया। सवाल जवाब का सिलसिला शुरू हुआ।
वैज्ञानिक महोदय ने कुछ यूं अपने और अपने काम के बारे में बताया।
"मेरे पिता भी वैज्ञानिक थे और मैं Dark Matter के रहस्य और Dark Energy के कारण हो रहे ब्रह्मांड के Expansion पर काम कर रहा हूँ।" अब भाई की अंग्रेजी कमजोर थी या physics ये तो नही पता लेकिन अगले दिन प्राइम टाइम पे ये दिखाया गया
"ये बहुत गरीब वैज्ञानिक के महा दरिद्र सन्तान हैं लेकिन ये किसी काले पदार्थ से काली बिजली निकालने जा रहे है जिससे पृथ्वी इतनी फैल जाएगी कि सारी जमीन सस्ती हो जाएगी।" खबर आग की तरह फैली। रियल एस्टेट सेक्टर अचानक धड़ाम से गिरा और उस गड्ढे वाले बच्चे को वापस गड्ढे में धकेल के सारी मीडिया वैज्ञानिक महोदय को भारत रत्न दिलाने पर अड़ गई। अब वैज्ञानिक महोदय का तो नही पता क्या हुआ लेकिन अपने इसी हुनर से दावे भाई न्यूज ऐंकर हो गए और उनकी और उनके जैसे अन्य की इन्हीं मसालेदार न्यूजो से आज बबचै को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बादशाह कहा जाता है।
वैज्ञानिक महोदय ने कुछ यूं अपने और अपने काम के बारे में बताया।
"मेरे पिता भी वैज्ञानिक थे और मैं Dark Matter के रहस्य और Dark Energy के कारण हो रहे ब्रह्मांड के Expansion पर काम कर रहा हूँ।" अब भाई की अंग्रेजी कमजोर थी या physics ये तो नही पता लेकिन अगले दिन प्राइम टाइम पे ये दिखाया गया
"ये बहुत गरीब वैज्ञानिक के महा दरिद्र सन्तान हैं लेकिन ये किसी काले पदार्थ से काली बिजली निकालने जा रहे है जिससे पृथ्वी इतनी फैल जाएगी कि सारी जमीन सस्ती हो जाएगी।" खबर आग की तरह फैली। रियल एस्टेट सेक्टर अचानक धड़ाम से गिरा और उस गड्ढे वाले बच्चे को वापस गड्ढे में धकेल के सारी मीडिया वैज्ञानिक महोदय को भारत रत्न दिलाने पर अड़ गई। अब वैज्ञानिक महोदय का तो नही पता क्या हुआ लेकिन अपने इसी हुनर से दावे भाई न्यूज ऐंकर हो गए और उनकी और उनके जैसे अन्य की इन्हीं मसालेदार न्यूजो से आज बबचै को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बादशाह कहा जाता है।
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नीलेश मिश्रा
नीलेश मिश्रा
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