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Original Stories by Author (70): District - Jholnagar

This is a collection of Original Creation by Nilesh Mishra

कहानी 70: जिला झोलनगर

दृश्य 1: एसपी आवास, झोलनगर
"का भईया खौफ खतम हो गवा है का इलाका से हमरा" - विधायक बेहया सिंह जी का यह व्यंग्यात्मक तीर एसपी साहब को हरकत मे ला देता है।
"अरे नहीं सर, बस आजकल शहर मे 2 -3 काण्ड हो गए है उन्ही चक्कर मे थोड़ा delay हो गया है । आप चिंता न करिये मै बंदोबस्त करवाता हूँ।"
"हम्म देख लेयो भईया, चुनाव आ गए हैं और हमरा ही दान दक्षिणा Pending रह गया है।" और यह कहने के बाद फोन कट जाता है ।
दृश्य 2: कमाऊ थाना, झोलनगर
"अरे यार क्या चाहते हो, भेज दूँ तुम्हें गरीबवकील थाना, फिर सड़ना वहीं और झेलना inquiry" - एसपी साहब की मधुर आवाज कान मे पड़ते ही थानेदार साहब अपनी कुर्सी से उठ कर खड़े हो जाते हैं और फोन पर ही सलामी ठोकने लग जाते है ।
थानेदार- "जय हिन्द सर। सर माफी चाहूँगा सर। आज ही खेप पहुंचा दी जाएगी सर"
एसपी- "इतना Delay क्यूँ। तुम लोगो के चक्कर मे साला कैसे ऐरे गैरो की बात सुननी पड़ती है। भिजवाओ जल्दी"
थानेदार- "सर सर सर। आज ही सर"
फोन कट जाता है।
थानेदार सिपाही से - "सुन लिए न, चलो जल्दी जाओ"
सिपाही अभिवादन करके 3-4 साथियो को लेकर निकाल जाता है। अतिक्रमण हटाने के नाम पर ठेले खोमचे वालों को थोड़ा बहुत जड़ने के बाद लक्ष्मी का आगमन शुरू हो जाता है । 3 घंटे के कलेक्शन के बाद सभी थाने वापस आ जाते हैं। कलेक्शन मे टीडीएस काट कर वांछित धनराशि बंगले पर पहुंचा दी जाती है ।
दृश्य 3: बंगला नंबर 0, विधायक निवास, झोलनगर
50-60 लोगो की भीड़ बंगले के बाहर जमा है । और उस भीड़ मे से 3-4 लोकल व्यापारी / नेता टाइप के लोग विधायक जी से पुलिस द्वारा अवैध वसूली और उत्पीड़न की शिकायत करते हैं । विधायक जी सबको शांत कराते हैं और सबके सामने एसपी को फोन लगते हैं ।
"का भईया, का सुने मे आ रहा है, ये तुमरी पुलिस बेचारे ठेला खोमचा वालों का शोषण करत है । ऐसे नहीं चल पाएगा। जे जे दोषी है सबके खिलाफ तुरंत एक्शन लईला नहीं तो हमके एक्शन लेवेक पड़ी ।"
"सॉरी सर। मै तुरंत संबन्धित थानेदार को तलब करता हूँ। और एक्शन लेता हूँ । "
"हाँ जौनो जरूरी हो कर दा।" और फोन कट जाता है । भीड़ संतुष्ट हो के वापस जाने लगती है ।
इसी बीच एसपी साहब थानेदार को फोन करते हैं।
"तुम्हारे और कुछ सिपाहियों के ट्रान्सफर का ऑर्डर भेज रहा हूँ। चिंता मत करो 2 महीने मे वापसी का ऑर्डर भी कर दूंगा"
"सर सर सर । बस कृपा बनाए रखिएगा साहब"
"हाँ ठीक है ठीक है"
दृश्य 4: आम आदमी रोड, झोलनगर
उन्ही 50-60 लोगो की भीड़ आपस मे बात कर रही है
"ये साले पुलिस वाले हरामी होते हैं । अब विधायक जी डंडा किए हैं , नानी याद आ गई होगी। भईया हमारा वोट तो इस बार भी इसी को जाएगा । क्यू भाइयों !"
सभी एक सुर मे बोल उठते हैं - "बिलकुल"
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नीलेश मिश्रा

Original Idea and Special Thanks to
Arpit Goswami 





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